हरियाणा रोडवेज अपने सार्वजनिक परिवहन को और अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। राज्य परिवहन विभाग ने कई नई योजनाओं की घोषणा की है, जिसमें बसों में जीपीएस ट्रैकिंग, यात्रियों के लिए एक ऐप और बस अड्डों पर उन्नत सुविधाओं का समावेश शामिल है।
जीपीएस ट्रैकिंग और यात्री ऐप
हरियाणा रोडवेज ने अपनी बसों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाने का निर्णय लिया है, जिससे परिवहन विभाग रियल-टाइम में बसों की स्थिति को ट्रैक कर सकेगा। इससे न केवल मार्ग प्रबंधन में सुधार होगा बल्कि बस सेवा की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। यात्रियों के लिए एक विशेष ऐप लॉन्च किया जाएगा जो बसों की वर्तमान स्थिति और संभावित आगमन का समय बताएगा, जिससे यात्री अपने सफर को बेहतर तरीके से योजना बना सकेंगे और देरी से बच सकेंगे।
केवल अधिकृत बस स्टॉप्स पर ही रुकेंगी बसें
यात्रियों की सुरक्षा और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा रोडवेज ने निर्णय लिया है कि अब बसें केवल अधिकृत बस स्टॉप्स पर ही रुकेंगी, सड़क किनारे के ढाबों या अन्य स्थानों पर नहीं। इस बदलाव का उद्देश्य अनधिकृत स्थानों पर रुकने से उत्पन्न जोखिमों को कम करना और बस नेटवर्क की कार्यक्षमता को बढ़ाना है।
बस अड्डों पर उन्नत सुविधाएँ
इन परिवर्तनों के साथ ही, हरियाणा रोडवेज राज्यभर के बस अड्डों पर बुनियादी सुविधाओं में सुधार की भी योजना बना रही है। अब यात्रियों को साफ पेयजल, सुरक्षित प्रतीक्षा स्थल, और गुणवत्तापूर्ण भोजन जैसी बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे बस अड्डों पर यात्रा को आरामदायक और सुविधाजनक बनाया जा सकेगा।
आईआरसीटीसी मॉडल से प्रेरणा
परिवहन मंत्री अनिल विज ने सुझाव दिया है कि विभाग आईआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) मॉडल का अध्ययन कर सकता है। आईआरसीटीसी की खाद्य सेवा और ऑनलाइन बुकिंग जैसी सुविधाओं को हरियाणा रोडवेज में भी लागू करने की संभावना है, जिससे भविष्य में यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग और भोजन सेवा जैसी सुविधाएँ प्राप्त हो सकेंगी।
ये योजनाएँ हरियाणा रोडवेज की आधुनिक तकनीकी उपायों और बेहतर सुविधाओं के माध्यम से सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक बनाने और यात्रियों के अनुभव को बेहतर करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।